हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करतें हैं तो चरचा नहीं होती|
'फैज' रतलामी
जब लेके मस्त नजरों का वो जाम आ गया, हमपे यूँ मुफ्त पीने का इल्जाम आ गया|
मीर ताकि 'मीर'
यारो, खता मुआफ मेरी, मैं नशे में हूँ,
सागर में मय, मय में नशा, मैं नशे में हूँ|
'गाफिल' भिवानवी
जो थाम ना सको मेरा बाजू तो साकिया,
इक जामे मय पिला के गिरा दीजिए मुझे|
'फैज' रतलामी
जब लेके मस्त नजरों का वो जाम आ गया, हमपे यूँ मुफ्त पीने का इल्जाम आ गया|
मीर ताकि 'मीर'
यारो, खता मुआफ मेरी, मैं नशे में हूँ,
सागर में मय, मय में नशा, मैं नशे में हूँ|
'गाफिल' भिवानवी
जो थाम ना सको मेरा बाजू तो साकिया,
इक जामे मय पिला के गिरा दीजिए मुझे|
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